अगर आप स्टॉक मार्केट में दिलचस्पी रखते हैं, तो आपने FIIs के बारे में जरूर सुना होगा। ये विदेशी संस्थागत निवेशक (Foreign Institutional Investors) दुनिया भर के मार्केट में पैसा लगाते हैं और कंपनियों के शेयर होल्डिंग पैटर्न को प्रभावित करते हैं। मई-जून 2025 के दौरान, FIIs ने तीन भारतीय स्टॉक्स में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है, जिनमें से एक में तो 8.81% की वृद्धि हुई है। आइए जानते हैं कि ये स्टॉक्स कौन से हैं और क्या है इनमें खास।

1. RACL Geartech
RACL Geartech ऑटोमोटिव कंपोनेंट्स बनाने वाली कंपनी है, जो बाइक्स, कार्स और ट्रक्स के पार्ट्स मैन्युफैक्चर करती है। इसका मार्केट कैप ₹1,040 करोड़ है और शेयर की कीमत ₹964 के आसपास चल रही है।
FIIs की हिस्सेदारी में बदलाव:
- Q4FY25 में FIIs की हिस्सेदारी सिर्फ 0.03% थी, जो मई 2025 तक बढ़कर 8.84% हो गई।
- प्रमोटर्स के पास 42.67%, रिटेल निवेशकों के पास 45.89% और डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DIIs) के पास 2.59% हिस्सेदारी है।
क्यों है दिलचस्प?
FIIs का अचानक बढ़ा हुआ इंटरेस्ट इस स्टॉक को लेकर एक पॉजिटिव सिग्नल देता है। ऑटो सेक्टर में संभावित ग्रोथ इसके लिए फायदेमंद हो सकती है।
2. Shalibhadra Finance
Shalibhadra Finance एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है, जो गुजरात, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के ग्रामीण और सेमी-अर्बन इलाकों में लोन देती है। इसका मार्केट कैप ₹398 करोड़ है और शेयर की कीमत ₹129 के आसपास है।
FIIs की हिस्सेदारी में बदलाव:
- Q4FY25 में FIIs की हिस्सेदारी 0.82% थी, जो जून 2025 तक बढ़कर 2.63% हो गई।
- प्रमोटर्स के पास 55.40%, रिटेल निवेशकों के पास 41.95% हिस्सेदारी है, जबकि DIIs का कोई स्टेक नहीं है।
क्या है संभावना?
NBFC सेक्टर, खासकर रूरल मार्केट पर फोकस करने वाली कंपनियों में ग्रोथ की संभावना है। FIIs का बढ़ता इंटरेस्ट इसे लेकर एक अच्छा संकेत हो सकता है।
3. Vishal Fabrics
Vishal Fabrics टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स जैसे डायड यार्न और डेनिम फैब्रिक्स बनाती है। इसका मार्केट कैप ₹695 करोड़ है और शेयर की कीमत ₹35.2 के आसपास चल रही है।
FIIs की हिस्सेदारी में बदलाव:
- Q4FY25 में FIIs की हिस्सेदारी 3.21% थी, जो मई 2025 तक बढ़कर 8.72% हो गई।
- प्रमोटर्स के पास 65.07%, रिटेल निवेशकों के पास 26.20% हिस्सेदारी है, जबकि DIIs का कोई स्टेक नहीं है।
क्यों है अहम?
टेक्सटाइल सेक्टर में ग्लोबल डिमांड बढ़ने की संभावना है, और FIIs का बढ़ता निवेश इसके लिए एक सकारात्मक संकेत हो सकता है।
FIIs का बढ़ता इंटरेस्ट क्या दर्शाता है?
जब FIIs किसी स्टॉक में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाते हैं, तो यह कुछ बातों का संकेत देता है:
- उन्हें कंपनी की लॉन्ग-टर्म ग्रोथ में भरोसा है।
- ग्लोबल ट्रेंड्स का असर हो सकता है, जैसे ऑटो और टेक्सटाइल एक्सपोर्ट्स में वृद्धि।
- रिटेल निवेशकों को एक संकेत मिलता है कि कंपनी में कुछ खास है।
निष्कर्ष
FIIs का इन तीनों स्टॉक्स में बढ़ता निवेश यह दर्शाता है कि ये कंपनियां उनके रडार पर हैं। हालांकि, किसी भी निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल्स और मार्केट ट्रेंड्स को अच्छी तरह समझना जरूरी है। FIIs के मूव्स एक सिग्नल हो सकते हैं, लेकिन अंतिम निर्णय लेने से पहले पूरी रिसर्च करें।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न कि "Finance Fiber" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।